IIओम सूर्याय नमःII-सूर्य देव अमृतवाणी-भजन-क्रमांक-2-जय जय सूर्य भगवान

Started by Atul Kaviraje, June 19, 2022, 12:32:31 AM

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Atul Kaviraje

                                        IIओम सूर्याय नमःII
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज रविवार. तेजोमय भास्कराचा वार. आज ऐकुया, सूर्य देव अमृतवाणी-भजन. या अमृतवाणी-भजनIचे  बोल आहेत - "जय जय सूर्य भगवान" 


                              सूर्य देव अमृतवाणी-भजन-क्रमांक-2
                                    "जय जय सूर्य भगवान"
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श्रद्धा है यदि जाप में, तब पूरण सब काज,
है विश्वाश से हर्षाते, आदित्य महाराज,
सूर्य देव के तीन रूप, सुबह दोपहर शाम,
जनहित में तत्पर रहे, दयालु आठों याम,
सूर्य देव की महिमा से, शुभ मंगल बरसे,
शुभ शुभ चारों ओर हो, सूर्य देव हर्षें,
अँधियारा अज्ञान है, उजियारा है ज्ञान,
ज्ञानी बनके हो यहाँ, रस्सी साँप का भान,
जय जय सूर्य भगवान्,
जय जय सूर्य भगवान,

तू समस्त ब्रह्माण्ड को रौशन करते हो,
बुद्धिहीन मेंज्ञान का प्रकाश भरते हो,
साथ घोड़ों के रथ की करते असवारी,
सप्त रंगी है प्रभु, लीला जग न्यारी,
ज्ञान बाँटते रहते हैं देव जी आठों याम,
अज्ञानी चतुर हुआ, जपा जो तेरा नाम,
आपके तेज़ की आभा जो, हमकों मिल जाएँ,
अंधियारे के भ्रम सभी, एक पल में मिट जाएँ,
जय जय सूर्य भगवान्,
जय जय सूर्य भगवान,


गायिका-पामेला जैन
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                     (साभार आणि सौजन्य-सूर्यदेव अमृतवाणी-भजन)
                        (संदर्भ-लैरिकस पंडितस.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-19.06.2022-रविवार.