IIओम सूर्याय नमःII-सूर्य देव अमृतवाणी-भजन-क्रमांक-4-जय जय सूर्य भगवान

Started by Atul Kaviraje, July 03, 2022, 12:37:06 AM

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Atul Kaviraje

                                      IIओम सूर्याय नमःII
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज रविवार. तेजोमय भास्कराचा वार. आज ऐकुया, सूर्य देव अमृतवाणी-भजन. या अमृतवाणी-भजनIचे  बोल आहेत - "जय जय सूर्य भगवान" 


                              सूर्य देव अमृतवाणी-भजन-क्रमांक-4
                                     "जय जय सूर्य भगवान"
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व्यापरी को लाभ का, देते प्रभु वरदान,
निर्धन को लेकर शरण, कर देते धनवान,
सेवा में रत सेवक की, पल में तरक्की होय,
विमुख जो इनसे हो जाता, जीवन भर वो रोय,
बांझों को संतान का, तुमसे है वर मिलता,
जिससे सूने घर उनके, कुल का पुष्प खिलता,
सूर्य देव की कृपा से, रोज़गार मिल जाए,
कंगाली में भी हे प्रभु, समृद्धि आ जाए,
जय जय सूर्य भगवान्,
जय जय सूर्य भगवान,

वैभवता को सूर्य देव, तुम पूर्ण करते हो,
तुम सब कलह लड़ाई को, दूर करते हो,
सत्य मार्ग पर झूठों को, तुम्हीं चलाते हो,
अपने वचनों को प्रभु, ख़ूब निभाते हो,
जो भटके हैं राह से तुम, राह दिखाते हो,
भूलने वाले को जीवन का हेत बताते हो,
बेईमानों को सबक ऐसा सिखाते हो,
सच्चाई की राह पर, उसे चलाते हो,
जय जय सूर्य भगवान्,
जय जय सूर्य भगवान,


गायिका-पामेला जैन
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                      (साभार आणि सौजन्य-सूर्यदेव अमृतवाणी-भजन)
                         (संदर्भ-लैरिकस पंडितस.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-03.07.2022-रविवार.