II ओम नमः शिवाय II- शिव शंकर भक्ती-भजन-ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने

Started by Atul Kaviraje, August 01, 2022, 12:46:01 AM

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Atul Kaviraje

                                    II ओम नमः शिवाय II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज श्री शंकराचा वार, सोमवार. आज मी तुम्हाला शंकराचे एक  भक्ती-भजन ऐकवीत आहे. फारच लोकप्रिय असे हे भजन , याचे बोल आहेत - "ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने"

     महा शिवरात्रि के शुभ अवसर पर भोले बाबा का नया गाना  "डमरू बजाया" (Damru Bajaya ) हंसराज रघुवंशी द्वारा गाया गया है और shiv ji ke new bhajan song Damru Bajaya song के  lyrics भी Hansraj Raghuwanshi ने लिखे है .

                                    शिव शंकर भक्ती-भजन   
                               "ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने"                                           
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मै हिमाचल की बेटी  मेरा भोला बसे काशी
सारी उम्र तेरी सेवा करुँगी बनकर तेरी दासी

शम्भू शिव शिव शिव शिव शम्भू
शम्भू शिव शिव शिव शिव शम्भू

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
बोल बम बोल बम
ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

डमरू को  सुनकर जी  कान्हाजी आये
कान्हाजी आये संग में राधा भी  आये

वहां सखियों का मन भी मगन हो गया
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

डमरू को सुनकर जी गणपत चले
गणपत चले  संग कार्तिक चले

माँ अम्बे मन भी मगन हो गया
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

डमरू को सुनकर जी राम जी आये
राम जी आये संग में लक्ष्मणजी आये

मैया सीता का मन भी मगन हो गया
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

डमरू को सुनकर जी ब्रम्हा चले
यहाँ ब्रम्हा चले वहां  विष्णु चले

मैया लक्ष्मी का मन भी मगन हो गया
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

डमरू को सुनकर जी  माँ गंगा चले
गंगा चले संग में यमुना चले

वहां सरयू का मन भी मगन हो गया
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

डमरू को सुनकर जी  सूरज चले
सूरज चले संग में चंदा चले

वहां सरयूतारो का मन भी मगन हो गया
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

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गीत  :  डमरू  बजाया 
गायक  : हंसराज  रघुवंशी
म्युझिक / विडिओ  : अदम्य  शर्मा
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            (साभार आणि सौजन्य-शिवजी के भजन-महादेवा शिवरात्रि स्पेशल)
                             (संदर्भ-हिंदी भजन लैरिकस.को.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-01.08.2022-सोमवार.