II ओम नमः शिवाय II-शिव शंकर भक्ती-भजन-क्यू खड़ी खड़ी तू हालै रे गौरा चाल कसुती चाल

Started by Atul Kaviraje, August 29, 2022, 10:47:22 AM

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Atul Kaviraje

                                   II ओम नमः शिवाय II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज श्री शंकराचा वार, सोमवार. आज मी तुम्हाला शंकराचे एक  भक्ती-भजन ऐकवीत आहे. फारच लोकप्रिय असे हे भजन , याचे बोल आहेत - "क्यू खड़ी खड़ी तू हालै रे गौरा चाल कसुती चालै"

                                   शिव शंकर भक्ती-भजन
                        "क्यू खड़ी खड़ी तू हालै रे गौरा चाल कसुती चालै"
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     Haryanvi Shiv Bhajan - Bhang Pili Gora Ne (KHADI KHADI KYU HALE RE GORA)--

क्यू खड़ी खड़ी तू हालै रे गौरा लिरिक्स
क्यू खड़ी खड़ी तू हालै रे गौरा
चाल कसुती चालै

आज कर के चोटी ढीली भोले
भंग मन्ने भी पि ली
भंग मन्ने भी पि ली
आज भंग मन्ने भी पि ली
क्यू खड़ी खड़ी तू हालै रे गौरा
चाल कसुती चालै

इसा  रिस्क लिया ना करते
रै गौरा भंग पिया ना करते
मन्नै  ठा कुण्डी सोटा
मै पीउंगी भरकर लोटा
आज कर के चोटी ढीली भोले
भंग मन्ने भी पि ली
हे रै चाल कसुती चालै
आज तू  खड़ी खड़ी क्यों हाले

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गायक - फोजी करमबीर,डॉली राजस्थानी
गीतकार - महेंदर भट्टी
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            (साभार आणि सौजन्य-शिवजी के भजन-महादेवा शिवरात्रि स्पेशल)
                              (संदर्भ-हिंदी भजन लैरिकस.को.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-29.08.2022-सोमवार.