हिंदी कविता-पुष्प क्रमांक-5-तेरा इश्क भूल जाएं तो बेहतर है

Started by Atul Kaviraje, September 03, 2022, 09:38:48 PM

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Atul Kaviraje

                                       "हिंदी कविता"
                                       पुष्प क्रमांक-5
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मित्रो,

     आईए सुनतें है, पढते है, कुछ दिलचस्प रचनाये, कविताये. प्रस्तुत है कविताका पुष्प क्रमांक-5. इस कविता का शीर्षक है- "तेरा इश्क भूल जाएं तो बेहतर है"

                              "तेरा इश्क भूल जाएं तो बेहतर है"
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अब तो तेरा इश्क भूल जाएं तो बेहतर है।
तू अब लौट कर ना ही आए तो बेहतर है।

ज़िन्दगी अब ज़िन्दगी ना रही मगर क्या कहें
तेरे साथ जितनी गुजारी उससे तो बेहतर है।

तुम कह गए थे खुश रहना मेरे बाद मगर
इस तरह की खुशी से तो गम बेहतर है।

मुझे छोड़ कर चुना तुमने किसी और को
चलो मान लिया तुम्हारे लिए वो बेहतर है।

बेशक रुलाती है मगर बेवफ़ा तो नही है।
तुम्हारे चले जाने से तो तुम्हारी यादें बेहतर हैं।
💔💯✍🏻

--AUTHOR UNKNOWN
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               (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-फंकी लाईफ.इन/हिंदी-पोएटरी)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-03.09.2022-शनिवार.