निबंध-क्रमांक-6-इक्कीसवीं सदी का भारत

Started by Atul Kaviraje, September 04, 2022, 08:49:23 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                       "निबंध"
                                       क्रमांक-6
                                      ---------

मित्रो,

      आईए, पढते है, ज्ञानवर्धक एवं ज्ञानपूरक निबंध. आज के निबंध का शीर्षक है-"इक्कीसवीं सदी का भारत"

                   चिकित्सा विज्ञान  के  क्षेत्र  में :--

     प्राचीन  काल  से  ही  हम  चिकित्सा  के  क्षेत्र  में  अव्वल  रहे  हैं,  परन्तु  उपकरणों  के  अभाव  में  हम  पिछड़  गये  थे,  परन्तु  आज  स्थिति  कुछ  और  हैं.  हमारे  देश  में  सभी  बीमारियों  का  इलाज  उपलब्ध  हैं,  साथ  ही  उनकी  जांच  के  लिए  भी  सभी  मशीनों  की  व्यवस्था  देश  में  उपलब्ध  कराई  गयी  हैं.

     स्वतंत्रता  के  बाद  प्रारंभ  की  गयी  प्रथम  पंचवर्षीय  योजना  की  तुलना  में,  आज  हमारे चिकित्सकों और  अस्पतालों  में  पलंगों  की  संख्या  बढ़कर  पहले  की  तुलना  में  क्रमशः लगभग  2 गुनी से  6  गुनी   हो   चुकी  हैं.  मलेरिया,  टी.बी.,  हैजा [ Cholera ] जैसी  बीमारियों  से  लोग  पहले  की  अपेक्षा  कम  पीड़ित  होते  हैं.  वही  जानलेवा  बीमारियों,  जैसे  : प्लेग,  छोटी  माता  [ Small  Pox ],  आदि  से  होने  वाली   मृत्यु  दर  में  भी  कमी  आई  हैं.  देश  में  व्याप्त  पोलियो  जैसी  बीमारी  को  लगभग  हम  पूर्णतः  ख़त्म  कर  चुके  हैं.  देश  में  औसत  आयु  बढ़ी  हैं  और  बिमारियों  से  होने  वाली  मृत्यु  दर  में  भी  कमी  आई  हैं.

     नेशनल  हेल्थ  पालिसी  के  अनुसार  हम  " सभी  के  लिए  स्वास्थ्य " [ Health  For  All ]  के  लक्ष्य  को  भी  जल्दी  ही  प्राप्त  कर  लेंगे. चिकित्सा  विज्ञान  में  उन्नति  करने  के  साथ  ही  हम  देश  में  बीमारियों  के  प्रति  जानकारी  फ़ैलाने  और  उससे  बचाव  के  प्रति  जागरूकता  उत्पन्न  करने  में  भी  सफल  रहे  हैं.

                     तकनीकी क्षेत्र  में :--

     तकनीकी  के  मामले  में  भी  हम  पहले  की  अपेक्षा  कही  अधिक   आगे  बढ़  चुके  हैं.  कई  मशीने,  यंत्र,  आदि  का  अब  हमे  आयात  नहीं  करना  पड़ता,  बल्कि  हम  स्वयं  ही  उसका  उत्पादन  कर  रहे  हैं.  बड़े – बड़े  कारखानों  में  उत्पादन,  मशीनों   की  सहायता  से  माल  बनाना,  संगणक  से   कार्य  करना  [Computerization ],  आदि  ने  इस  प्रक्रिया  को  अधिक  सरल  बना  दिया  हैं.

                  Computerization :--

     आज हमारे  देश  का  प्रत्येक  विभाग  कम्प्यूटर  पर  कार्य  करता  हैं,  किसी    भी  जानकारी  को  आप  इसके  माध्यम  से  आदान – प्रदान  कर  सकते  हैं.  साथ  ही  सभी  सूचनाये  भी  इसी  पर  उपलब्ध  हो  जाती  हैं.  इसके  अंतर्गत  ' ई – कॉमर्स ' भी  शामिल   हैं.  जिसके  द्वारा  हम  घर  बैठे – बैठे  अपना  सामान  कम्प्यूटर  पर  खरीद  सकते  हैं  और  बेच  भी  सकते  हैं.  ये  ई – कॉमर्स  कम्पनियाँ  स्थानीय  बाजारों  से  प्रतियोगिता  करती  हैं,  पर  वही  दूसरी  ओर  ये   कई  लोगों  को  रोजगार  भी  उपलब्ध  करा  रही  हैं.

                 ऑटो – मोबाइल क्षेत्र  में :--

     इस  क्षेत्र  में  हम  अब  तक  वांछित  उन्नति  नहीं  कर  पाए  हैं,  जैसे :  हमारा  देश  आज  भी   कारों  के  निर्माण  के  लिए  विदेशी  तकनीक  पर  ही  निर्भर  हैं.  हम  केवल  इसके  कुछ  भाग  ही  बनाते  हैं.  परन्तु  प्रयास  जारी  हैं  और  जल्द  ही  हम  इस  क्षेत्र  में  भी  सफलता  प्राप्त  कर  लेंगे.

--अंकिता
(एप्रिल २६, २०२२)
-----------------

             (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-दीपावली.को.इन/निबंध-एसे-हिंदी)
             -----------------------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-04.09.2022-रविवार.