निबंध-क्रमांक-7-इक्कीसवीं सदी का भारत

Started by Atul Kaviraje, September 05, 2022, 08:14:26 PM

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Atul Kaviraje

                                       "निबंध"
                                      क्रमांक-7
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मित्रो,

      आईए, पढते है, ज्ञानवर्धक एवं ज्ञानपूरक निबंध. आज के निबंध का शीर्षक है-"इक्कीसवीं सदी का भारत"

                 कृषि उत्पादन  के  क्षेत्र  में :--

     आज  हमारे  देश  में  कृषि  करते  समय  आने  वाली  बाढ़,  सूखे आदि  समस्याओं  से  निपटने  के  लिए  पर्याप्त  साधन  और  तकनीकी  उपलब्ध  हैं,  जिसके  चलते  आज  21वी  सदी  के  भारत  देश  का  उत्पादन  कई  गुना  बढ़  गया  हैं.  आज  हम  हमारे  देश  की  खाद्य – पदार्थों  की  जरूरतों  को  तो  पूरा  कर  ही  सकते  हैं,  बल्कि  दूसरे  देशो  की  जरूरतों  के  मुताबिक  निर्यात  करने  में  भी  सक्षम  हैं.  इस  स्थिति  को  पाने  में  देश  में  चलाई  गयी  ' हरित  क्रांति '  का  बहुत  बड़ा  योगदान  हैं.  फसलों  के   ख़राब  होने,  सड़ने  जैसी  समस्याओं  पर  हमने  नियंत्रण  पा  लिया  हैं  और  दूसरी  ओर उन्नत  बीजों,  खाद,  सिचाईं  के  पर्याप्त  और  उन्नत  तरीके,  संग्रहण  क्षमता,  आदि  ने  इसके  विकास  में  बहुत  महत्व – पूर्ण  भूमिका  निभाई  हैं.

                  रक्षा उपकरणों  के  क्षेत्र  में :--

     हमारे  देश  में  3  प्रकार  की  फौजें  हैं : थल  सेना,  जल  सेना  और  वायु  सेना.  तीनों  को  सम्मिलित  किया  जाये  तो  हम  विश्व  की  प्रथम  7  शक्तियों  में   स्थान  रखते  हैं.  साथ  ही  तीनो  ही  सेनाओं  के  रक्षा  उपकरण  भी  हमारे  पास  पर्याप्त  मात्रा  में  उपलब्ध  हैं.  हाल  ही  में  सबसे  कम  वजन  का  लड़ाकू  विमान  बनाने  में  भी  हमने  सफलता  प्राप्त  की  हैं.  इस  विमान  का  नाम  ' तेजस '  हैं  और   इसके  लगभग  सभी  कल – पुर्जे,  मशीने,  आदि  भारत  में  बनाई  गई  हैं.  यह  हमारी  रक्षा  के  क्षेत्र  में  अब   तक  की  सबसे  बड़ी  उपलब्धि  हैं.

     निजी  क्षेत्रों  को  रक्षा  क्षेत्र  में  सम्मिलित  करने  से  इसके  तीव्र  गति  से  विकास  की  सम्भावनाये  व्यक्त  की  जा  रही  हैं.  इसमें  अम्बानी  बंधू,  टाटा  जैसी  कंपनियों  को  शामिल  किया  गया  हैं,  परन्तु  अभी  इनके  प्रोजेक्ट  सरकार  के  पास  अनुमति  हेतु  अटके  हुए  हैं.

                    शिक्षा के  क्षेत्र  में :--

     हमारे  देश  में   शिक्षा  का  स्तर  भी  सुधरा  हैं.  परन्तु  अभी  तक  हम  केवल  प्राथमिक  शिक्षा  को  ही  मुफ्त  उपलब्ध  करा  पाए  हैं,  जो  काफी  नहीं  हैं.  आज  हमारे  देश  में  विद्यार्थी  सभी  क्षेत्रों  में  उच्च  शिक्षा  प्राप्त  कर   सकते  हैं.  यहाँ  पर्याप्त  मात्रा  में  शालाए,  महाविद्यालय,  आदि  खोले  गये  हैं.  साथ  ही  हमारे   यहाँ  बाहर  के   विद्यार्थी  भी  शिक्षा  ग्रहण  करने  आते  हैं.  हमारे  देश  में  प्रौढ़  शिक्षा  अभियान,  सर्व  शिक्षा  अभियान  जैसे  कार्यक्रम  चलाकर  देश  में  शैक्षिक  स्तर  को  सुधारने  के  लिए   सराहनीय  कदम  उठाए  गये  हैं.  देश  के  सम्पूर्ण  विकास  के  लिए  लड़कों  के  साथ – साथ  लड़कियों  की  शिक्षा  के  लिए  भी  समुचित  प्रयास  जारी  हैं.  बल्कि  आज  देश  में  कल्पना  चावला [ प्रथम  भारतीय  महिला  अंतरिक्ष  यात्री ],  इंदिरा  गाँधी [प्रथम  महिला  प्रधानमंत्री] ,  प्रतिभा  देवी  सिंह पाटिल [प्रथम  महिला  राष्ट्रपति] ,  चंदा  कोच्चर [ICICI  बैंक  की  वर्तमान  CEO एवं  D.],  आदि  जैसी  महिलाये   तो  पुरुषों  से   भी  आगे  निकल  चुकी  हैं.

--अंकिता
(एप्रिल २६, २०२२)
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             (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-दीपावली.को.इन/निबंध-एसे-हिंदी)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-05.09.2022-सोमवार.