शिवकाव्य-शिवराज्याभिषेक (पोवाडा)--क्रमांक-१

Started by Atul Kaviraje, September 10, 2022, 10:35:01 PM

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Atul Kaviraje

                                        "शिवकाव्य"
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज वाचूया, "शिवकाव्य" या ब्लॉग मधील एक काव्य. या काव्याचे शीर्षक आहे- "शिवराज्याभिषेक (पोवाडा)"

                            शिवरायांवर रचलेले काव्य...
                            शिवराज्याभिषेक (पोवाडा)--क्रमांक-१--
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शके पंधराशे शाहाण्णव सालीं, सुवेळा आली,
हिंदभू आलीं, तिलक शोभतो शिवराय खास,
पटाईत योद्धा महाराष्ट्रात, प्रल्हादराय नित्य दंग कवनांत ॥ध्रु०॥

                  चौक १
शिवराज राजकारणी, महाधोरणी, उडी घे रणीं,
करुनिया शत्रूंचा संहार, स्थापिलें राज्य महाराष्ट्रांत,
हिंदूचा वाली जन्मला ख्यात ॥
आकस्मात आली कल्पना, सुचेना मना, एक भावना,
शत्रूवरी पूर्ण कराया मात, राज्याभिषेक व्हावा आपणांस,
मान सन्मान सर्व जगतांत ॥
भले भले विद्वान आले, रण माजले, शेतकरी भले,
यांना कोठला राज्याधिकार, पुंड पाळेगार सारे ठरणार,
क्षत्रिया खरा खरा अधिकार ॥
गागाभट्ट काशी क्षेत्रीचे, विद्वान पट्टीचे, नाही लेचेपेचे,
षड्‌शास्त्रे तीं त्यांचे मुखांत, वेदशास्त्रांचा मोठा हव्यास,
न्यायनीतीत पूर्ण निष्णात ॥

                 चाल
गागाभट्ट आले पाहून, त्यांचा तो केला सन्मान ॥
शास्त्राधार सर्व पाहून, शास्त्रीजी बोले झटकन ॥
मराठयांस नाहीं अधिकार, छत्र हें शिरीं धरण्यास ॥
शास्त्रीजी देती वचन, मूळ मी तुमचे शोधीन ॥

                 चाल
आटोकाट यत्नद तो केला त्यानं त्या वेळा ॥
शिसोदे कूळभूषण सूर्यवंशाला ॥
जन्मला शिवभूपाल याच वंशाला ॥
राज्याभिषेक करण्याचा बेत त्यांनीं ठरविला ॥
ज्येष्ठ शुद्ध त्रयोदशी शनिवार दिवस नेमिला ॥
काय वर्णूं भाग्य रायाचे धन्य सुवेळा ॥
हरकली जिजाई मोद मनीं मावेना ॥
पुत्र हा गुंडा नाचतो त्याच्या कीर्तीचा झेंडा ॥
गो-ब्राह्मण-पालक वंद्य देवदेवता ॥

                    चाल
शिवाजीनें तीं वस्त्रें चढविलीं स्वच्छ पांढरीं त्या वेळा ।
पुष्पमालाहि गळ्यामधे शुभ्र-अलंकार ते नाना ॥
सोन्याचा चौरंग करविला, कलशहि केला सोन्याचा ।
त्यावरी राजा-राणी बसले मागें संभाजी तो साचा ॥
अभिषेक होता, सर्जा चालला त्याच वेळेला सदरेला ।
सदर सजविली नाना प्रकारें तेंच सांगतों तुम्हांला ॥

--शाहीर प्रल्हादराय जामखेडकर
(Tuesday, December 15, 2009)
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                  (साभार आणि सौजन्य-शिवकाव्य.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                               (संदर्भ-मराठी ब्लॉगर्स.नेट)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-10.09.2022-शनिवार.