Shivaji Maharaj

Started by chetan (टाकाऊ), July 28, 2010, 03:37:41 PM

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chetan (टाकाऊ)

|| श्री राम समर्थ ||
|| जय जय रघुवीर समर्थ ||

टेकूनी माथा जया चरणी
मी वंदन ज्यासी करितो...
नित्यारोज तयांचे
नवे रूप मी स्मरितो...

न भूतो न भविष्यती
ऐसेची होते माझे शिवछत्रपती...
जन्मले आई जिजाऊ उदरी
पावन झाली अवघी शिवनेरी...

ऐकत असता पोवाडा सदरी
त्यात वर्णिली राणी पद्मिनी...
रजपूत राणी सुंदर विलक्षणी
कैद झाली मोघल जनानखानी...

चरचर कापले हृदय शिवरायांचे
डोळ्यात दाटले अश्रू संतापाचे...
कडाडले शिवरायsss
आम्ही आहो वंशज रामरायाचे
दिवस भरले आता मोघलांचे...

ज्याची फिरेल नजर वाकडी
आईबहिणीकडे....
त्याच क्षणी शीर मारावे
हुकुम घुमला चोहीकडे...

काबीज करता कल्याण-भिवंडी
अमाप आला हाती खजिना...
वेळ न दवडिता सरदारांनी
सादर केला एक नजराणा...

कल्याण सुभेदाराची
स्नुषा विलक्षण सुंदर...
उभी होती राजांपुढती
झुकुवूनी घाबरी नजर...

धीमी पाऊले टाकीत राजे
तिज जवळी आले...
रूप पाहुनी विलक्षण सुंदर
राजे पुढे वदले....

जर का आमच्या मांसाहेब
इतक्या सुंदर असत्या.....
आम्ही तयांचे पुत्र लाडके
असेच सुंदर निपजलो असतो....

वंदन तुजला शतदा करतो
धन्य तू शिवराया....
स्त्री जातीचा मान राखुनी
तूच शिकविले जगाया....!!

- सुरज उतेकर (२८.०७.२०१० / ११:३१ am)

amoul

धन्य ते समर्थ !! आणि धन्य ते शिवराय!!स्त्री जातीचा मान राखुनी
तूच शिकविले जगाया.तूच दे सामर्थ्य आता हि जाणीव अंतरी उतराया

हर्षद कुंभार

apratim shabd mandani ahe, khup awdali . 

ghodekarbharati



gaurig


Vkulkarni

त्रिवार मुजरा मित्रा !

SAGARaje MARATHE

mala pan shivaji banayach aahe......................
pan mavala mile kay mala....

chetan (टाकाऊ)

  Posted by: Raje........« on: January 27, 2011, 05:42:35 PM »   

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  mala pan shivaji banayach aahe......................
pan mavala mile kay mala....        Posted by: Vkulkarni« on: August 03, 2010, 10:11:28 AM »   

     Insert Quote
  त्रिवार मुजरा मित्रा !        Posted by: gaurig« on: August 03, 2010, 09:21:27 AM »   

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  chan..........        Posted by: rohitjadhav« on: July 31, 2010, 08:21:20 PM »   

     Insert Quote
  good        Posted by: ghodekarbharati« on: July 29, 2010, 04:36:06 PM »   

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  chan ahe. avadali.        Posted by: हर्षद कुंभार« on: July 29, 2010, 01:34:26 PM »   

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  apratim shabd mandani ahe, khup awdali .          Posted by: amoul« on: July 29, 2010, 09:47:47 AM »   

     Insert Quote
  धन्य ते समर्थ !! आणि धन्य ते शिवराय!!स्त्री जातीचा मान राखुनी
तूच शिकविले जगाया.तूच दे सामर्थ्य आता हि जाणीव अंतरी उतराया               Aplyaa Sarvancha me aabhari         aani ho raje aapan shivaji banu ichita na        ha tar bana     me ahe ki mavala mhanun     pan shivaji bananyaasathi pahile maa saheb jijau ghadaya havi   tarach he sarv shakya aaheeee        kay rao ....barobar na

jijau

khup sundar.. mza maharashtrat aseh shiv putr janmala yevot!!!! har har mahadev....