सुलोचना चव्हाण-कळीदार कपूरी पान

Started by Atul Kaviraje, September 29, 2022, 09:22:34 PM

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Atul Kaviraje

मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज ऐकुया, "काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !" या गीत-मालिके -अंतर्गत, श्रीमती सुलोचना चव्हाण यांनी गायिलेले एक लावणी-गीत. या लावणीचे शीर्षक आहे- "कळीदार कपूरी पान"

                                 "कळीदार कपूरी पान"
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कळीदार कपूरी पान कोवळं छान केशरी चुना
रंगला काथ केवडा, वर्खाचा विडा घ्या हो मनरमणा

बारीक सुपारी निमचिकनी घालून
जायपत्री वेलची लवंग वरी दाबून
बांधले तसे या कुडीत पंचप्राण
घ्या रंगत करि मर्दुनी, चतुर्दशगुणी, सख्या सजणा

कमरेचा झुलता झोक नूर बिनधोक उरी मावेना
काजळी नजर छिनमिनी चांदणी रैना
छेडिता लालडी मुलाम तुमची गुलाम झाले सजणा
पायी पैंजण छ्न्नक छैना

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गीत - राजा बढे
संगीत - श्रीनिवास खळे
स्वर -सुलोचना चव्हाण
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--प्रकाशक : शंतनू देव
(WEDNESDAY, JULY 6, 2011)
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                (साभार आणि सौजन्य-माणिक-मोती.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                           (संदर्भ-♫ गाणीमराठी.com ♫♪)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-29.09.2022-गुरुवार.