सलिल कुळकर्णी / संदीप खरे-अग्गोबाई ढग्गोबाई लागली कळ

Started by Atul Kaviraje, October 01, 2022, 09:39:21 PM

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Atul Kaviraje

मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज ऐकुया, "काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !" या गीत-मालिके -अंतर्गत, श्री. सलिल कुळकर्णी / संदीप खरे यांनी गायिलेले एक गीत. या गीताचे शीर्षक आहे- "अग्गोबाई ढग्गोबाई लागली कळ"

                             "अग्गोबाई ढग्गोबाई लागली कळ"
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अग्गोबाई ढग्गोबाई लागली कळ
ढगाला उन्हाची केवढी झळ
थोडी न्‌ थोडकी लागली फार
डोंगराच्या डोळ्याला पाण्याची धार

वारा वारा गरागरा सो सो सूम्‌
ढोल्या ढोल्या ढगात ढुम ढुम ढुम
वीजबाई अशी काही तोऱ्यामधे खडी
आकाशाच्या पाठीवर चमचम छडी

खोलखोल जमिनीचे उघडून दार
बुडबुड बेडकाची बडबड फार
डुंबायला डबक्याचा करूया तलाव
साबु-बिबु नको थोडा चिखल लगाव

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गीत : संदीप खरे
संगीत : सलिल कुळकर्णी
स्वर : सलिल कुळकर्णी / संदीप खरे
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--प्रकाशक : शंतनू देव
(FRIDAY, JULY 1, 2011)
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                (साभार आणि सौजन्य-माणिक-मोती.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                            (संदर्भ-♫ गाणीमराठी.com ♫♪)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-01.10.2022-शनिवार.