लफ़्ज़ों का खेल-भाभी की चूड़ियाँ-ज्योति कलश छलके

Started by Atul Kaviraje, October 02, 2022, 08:34:39 PM

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Atul Kaviraje

                                    "लफ़्ज़ों का खेल"
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मित्रो,

     आज सुनते है, "लफ़्ज़ों का खेल" इस शीर्षक के अंतर्गत, "लता मंगेशकर"              की आवाज मे "भाभी की चूड़ियाँ" फिल्म का गीत.

                                  "ज्योति कलश छलके"
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ज्योति कलश छलके
ज्योति कलश छलके
हुए गुलाबी, लाल, सुनहरे
रंग दल बादल के
ज्योति कलश छलके

घर आँगन वन उपवन-उपवन
करती ज्योति अमृत के सींचन
मंगल घट ढल के
मंगल घट ढल के
ज्योति कलश छलके

अम्बर कुमकुम कण बरसाये
फूल पाँखुरियाँ पर मुस्काये
बिंदु तुहीन जल के
बिंदु तुहीन जल के
ज्योति कलश छलके

पात-पात बिरवा हरियाला
धरती का मुख हुआ उजाला
सच सपने कल के
सच सपने कल के
ज्योति कलश छलके

ऊषा ने आँचल फैलाया
फैली सुख की शीतल छाया
नीचे आँचल के
नीचे आँचल के
ज्योति कलश छलके

ज्योति यशोदा धरती गैय्या
नील गगन गोपाल कन्हैया
ज्योति यशोदा धरती गैय्या
नील गगन गोपाल कन्हैया
श्यामल छवि झलके
श्यामल छवि झलके
ज्योति कलश छलके

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ज्योति कलश छलके
Movie/Album: भाभी की चूड़ियाँ (1961)
Music By: सुधीर फड़के
Lyrics By: प.नरेन्द्र शर्मा
Performed By: लता मंगेशकर
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             (साभार एवं सौजन्य-हिंदी लैरिकस प्रतीक.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                     (संदर्भ-Lyrics In Hindi-लफ़्ज़ों का खेल)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-02.10.2022-रविवार.