वसंतराव देशपांडे-संगीत-नाटक-कट्यार काळजात घुसली-या भवनातिल गीत पुराणे

Started by Atul Kaviraje, October 07, 2022, 09:59:31 PM

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Atul Kaviraje

 मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज ऐकुया, "काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !" या गीत-मालिके -अंतर्गत, "कट्यार काळजात घुसली" या संगीत-नाटकातील श्री.वसंतराव देशपांडे यांनी गायिलेले एक गीत. या गीताचे शीर्षक आहे- "या भवनातिल गीत पुराणे"

                               "या भवनातिल गीत पुराणे"
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या भवनातिल गीत पुराणे
मवाळ, हळवे सूर,
जाऊ द्या, आज येथुनी दूर

भावभक्तिची भावुक गाथा
पराभूत हो नमविल माथा
नवे गीत अन्‌ नवे तराणे
हवा नवा तो नूर

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गीत : पुरुषोत्तम दारव्हेकर
संगीत : पं. जितेंद्र अभिषेकी
स्वर : वसंतराव देशपांडे
नाटक : कट्यार काळजात घुसली
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--प्रकाशक : शंतनू देव
(MONDAY, JUNE 20, 2011)
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                (साभार आणि सौजन्य-माणिक-मोती.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                           (संदर्भ-♫ गाणीमराठी.com ♫♪)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-07.10.2022-शुक्रवार.