भडास-नवं-वर्ष रचनाये

Started by Atul Kaviraje, October 09, 2022, 09:49:19 PM

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Atul Kaviraje

                                       "भडास"
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मित्रो,

     आज पढते है, जय भड़ास, इनके "भडास" इस ब्लॉग की २००७ नवं-वर्ष की कुछ रचनाये.

                              नव वर्ष की शुभ कामनाएं--
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नए साल में फेल हो रोनाकारी
प्रतियोगिताओं में सभी हों फस्ट
कोई राखी सावंत न रोए कभी
चाहे पहन कर आए हार का हार
जीतने वालों पर करे नहीं प्रहार

--Posted by-अविनाश वाचस्पति
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                                     नया साल--
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मैं बहुत प्रसन्न हूँ
इसलिए नहीं
कि नया साल आ रहा है एक बार फिर

इसलिए कि मैं बचा रहा एक और साल तक

जी लिया
एक बरस और
बिना किसी खास परेशानी के
और शायद...
बिना किसी मकसद के भी

कितना अच्छा रहा गया साल
कि उस साल में

ना तो मैं किसी दुर्घटना का शिकार हुआ
ना ही फंसा किसी झंझट में बेवजह

किसी ने मुझे घूस लेते हुए भी नही देखा
ना किसी ने छेदमेरी बहन बेटी को

ईश्वर से मेरी यही
प्रार्थना है,

कि आने वाला साल बनाए रखे
ये खुशियाँ(भ्रम)

मैं जिन्दगी से बहुत ज्यादा कुछ नही चाहता........

--Posted by-संदीप कुमार
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--जय भड़ास..
(31.12.07)
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                 (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-भडास.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-09.10.2022-रविवार.