II ओम नमः शिवाय II-शिव शंकर भक्ती-भजन-भोले तेरी जटा में बहती है गंग धारा

Started by Atul Kaviraje, October 10, 2022, 08:43:49 PM

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Atul Kaviraje

                                  II ओम नमः शिवाय II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज श्री शंकराचा वार, सोमवार. आज मी तुम्हाला शंकराचे एक भक्ती-भजन ऐकवीत आहे. फारच लोकप्रिय असे हे भजन , याचे बोल आहेत - "भोले तेरी जटा में बहती है गंग धारा"

                                 शिव शंकर भक्ती-भजन
                          "भोले तेरी जटा में बहती है गंग धारा"
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भोले तेरी जटा में बहती है गंग धारा
शंकर तेरी जटा में बहती है गंग धारा
काली घटा के अन्दर जिव दामिनी उजाला
शंकर तेरी जटा में बहती है गंग धारा

गले मुंड मल साजे शशि भाल में विराजे
डमरू निनाद बाजे कर में त्रिशूल धारा
भोले तेरी जटा में बहती है गंग धारा

त्रगतिन तेग राशी कटी बंध नाग फासी
गिरिजा है संग दासी कैलाश के निवासी
भोले तेरी जटा में बहती है गंग धारा

शिव नाम जो उच्चारे सब पाप दोष टाले
भक्तो के कष्ट हारी भव सिन्धु पार तारे
भोले तेरी जटा में बहती है गंग धारा 

--गायक-कीर्तिदान गढवी 
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            (साभार आणि सौजन्य-शिवजी के भजन-महादेवा शिवरात्रि स्पेशल)
                             (संदर्भ-हिंदी भजन लैरिकस.को.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-10.10.2022-सोमवार.