अनुराधा पौडवाल-का हासला किनारा पाहून धुंद लाट

Started by Atul Kaviraje, October 24, 2022, 09:37:14 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज ऐकुया, "काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !" या गीत-मालिके -अंतर्गत, श्रीमती अनुराधा पौडवाल यांनी गायिलेले एक गीत. या गीताचे शीर्षक आहे- "का हासला किनारा पाहून धुंद लाट"

                          "का हासला किनारा पाहून धुंद लाट"
                         -------------------------------- 

का हासला किनारा पाहून धुंद लाट
पाहुनिया नभाला का हासली पहाट ?

होती समोर माया गंभीर सागराची
संगीत मर्मराचे किलबील पाखरांची
काठावरी उभी मी, तू न्याहळीत पाठ
पाहुनिया नभाला का हासली पहाट  ?

चाहूल जाणिवेची स्पर्शातुनी गळाली
भारावल्या कळीला जणू पाकळी मिळाली
कमलापरी जुळावे ते स्वप्नरम्य हात
पाहुनिया नभाला का हासली पहाट ?

============
गीत : जगदीश खेबूडकर
संगीत : अनिल-अरुण
स्वर : अनुराधा पौडवाल
============

--प्रकाशक : शंतनू देव
(MONDAY, MAY 30, 2011)
-----------------------------

                 (साभार आणि सौजन्य-माणिक-मोती.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                             (संदर्भ-♫ गाणीमराठी.com ♫♪)
                -----------------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-24.10.2022-सोमवार.