लता मंगेशकर-ऐरणिच्या देवा तुला, ठिणगि ठिणगि वाहु दे

Started by Atul Kaviraje, October 25, 2022, 09:45:23 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज ऐकुया, "काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !" या गीत-मालिके -अंतर्गत, श्रीमती लता मंगेशकर यांनी गायिलेले एक गीत. या गीताचे शीर्षक आहे- "ऐरणिच्या देवा तुला, ठिणगि ठिणगि वाहु दे"

                         "ऐरणिच्या देवा तुला, ठिणगि ठिणगि वाहु दे"
                        --------------------------------------- 

ऐरणिच्या देवा तुला, ठिणगि ठिणगि वाहु दे
आभाळागत माया तुजी, आम्हांवरी ऱ्हाउ दे

लेउ लेनं गरीबीचं, चनं खाऊ लोकंडाचं
जीनं व्होवं आबरुचं, धनी मातुर, माजा देवा, वाघावानी असू दे

लक्शिमिच्या हातातली चवरि व्हावी वर खाली
इडा पीडा जाइल, आली किरपा तुजी, भात्यांतल्या सुरासंगं गाउ दे !

सूक थोडं, दुक्क भारी, दुनिया ही भली-बुरी
घाव बसंल घावावरी, सोसायाला, झुंजायाला, अंगि बळं येउ दे !

============
गीत :जगदीश खेबूडकर
संगीत : आनंदघन
स्वर : लता मंगेशकर
============

--प्रकाशक : शंतनू देव
--------------------

                 (साभार आणि सौजन्य-माणिक-मोती.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                            (संदर्भ-♫ गाणीमराठी.com ♫♪)
                -----------------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-25.10.2022-मंगळवार.