लफ़्ज़ों का खेल-गेम-मैंने ये कब सोचा था

Started by Atul Kaviraje, October 29, 2022, 09:14:16 PM

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Atul Kaviraje

                                   "लफ़्ज़ों का खेल"
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मित्रो,

     आज सुनते है, "लफ़्ज़ों का खेल" इस शीर्षक के अंतर्गत, "अनुषा मनी, शान" की आवाज मे "गेम" फिल्म का गीत.

                                 "मैंने ये कब सोचा था"
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मैंने ये कब सोचा था होगा यूँ कभी
राह में यूँ मिल जायेंगे दो अजनबी
हम दोनों जो पास आये तो
दिल जितना खुश है, उतना हैराँ

मैंने ये कब सोचा था होगा यूँ कभी
जाने कहाँ ले आई है ये ज़िन्दगी
क्या जानूं क्यों तुम जो मिले
दिल जितना खुश है उतना हैरान
ऊ आई ऐम फॉलिंग
आई ऐम फॉलिंग इन लव विथ यू
मैंने ये कब सोचा...

ख्वाबों का है ये जहां
नज़र की धूप है, चाँद-सा रूप है
तुम हो जहाँ, मैं वहाँ
दिल से जो दिल मिला
मुझे साहिल मिला
हम जो मिल गए तो फिर यूँ हुआ
के है निखरी हुई दूर तक ये फिज़ा
दिल जो खिल गए, तो फिर यूँ हुआ
के है महकी हुई गुनगुनाती हवा
यूहीं रहे काश अब ये समां
ऊ आई ऐम फॉलिंग
आई ऐम फॉलिंग इन लव विथ यू

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मैंने ये कब सोचा था -Maine Ye Kab Socha Tha
Movie/Album: गेम (2011)
Music By: शंकर-एहसान-लॉय
Lyrics By: जावेद अख्तर
Performed By: अनुषा मनी, शान
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               (साभार एवं सौजन्य-हिंदी लैरिकस प्रतीक.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                       (संदर्भ-Lyrics In Hindi-लफ़्ज़ों का खेल)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-29.10.2022-शनिवार.