निबंध-क्रमांक-63-समय का सदुपयोग पर निबंध

Started by Atul Kaviraje, October 31, 2022, 10:03:33 PM

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Atul Kaviraje

                                       "निबंध"
                                     क्रमांक-63
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मित्रो,

      आईए, पढते है, ज्ञानवर्धक एवं ज्ञानपूरक निबंध. आज के निबंध का शीर्षक है- "समय का सदुपयोग पर निबंध"

समय का सदुपयोग पर निबंध – Samay ka sadupayog Essay in Hindi--
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     समय का महत्व हम सभी जानते हैं. समय को खोना स्वयं अपने आप को खोना हैं. जो व्यक्ति समय की कीमत को पहचान लेता हैं वो कभी भी असफल नहीं होता.परन्तु जो व्यक्ति समय को व्यर्थ के कामों में नष्ट कर देता हैं समय उन्हें नष्ट करने में अधिक समय नहीं लगाता। वास्तव में समय एक बहुत हीअद्भुत चीज है जो अगर एक बार चला गया तो वापस नहीं आता. इसलिए तो कहा भी गया हैं की बीता समय कभी वापस नहीं आता. समय का न तो कोई आदि है और न ही कोई अंत है, यह सदैव अपने ढंग से चलता रहता है और जो इसके साथ चलना सीख जातें हैं वही जीवन में सफल होते हैं। जब समय का इतना महत्व हैं तो जीवन में इसका सदुपयोग करने में ही समझदारी हैं.

     समय में बहुत शक्ति छिपी होती हैं यह पल में राजा को रंक और रंक को राजा बना सकती हैं. समय धन से भी अधिक कीमती है इसलिए इसे सोच समझकर खर्च करना ही समझदारी हैं । हमारा जीवन क्षण-भंगुर हैं जिसमे समय कम और काम अधिक हैं. इसलिए हमे अपने जीवन का एक भी मिनट बर्बाद नहीं करना चाइए । यहां तक की हर सांस, हर सेकेण्ड का भरपूर उपयोग किया जाना चाहिए।

     हमें विद्यालय सम्बन्धी कार्य, गृहकार्य, आराम करने का समय, मनोरंजन, व्यायाम इन सभी कार्यों को सही ढंग से योजनाबद्ध तरीके से करना चाहिए। कुछ ही क्षणों में परिस्तिथियाँ बदल जाती हैं. कहा भी जाता हैं की समय और मौत किसी का इंतज़ार नहीं करते. अतः जो समय का दुरूपयोग करते हैं, वे अपने जीवन को नष्ट कर बैठते हैं.

     जो व्यक्ति समय के महत्व को समझ जाते हैं वे ना तो भाग्य का सहारा लेते हैं और ना ही किसी और का मुँह ताकते हैं. उनके लिए समय ही वो साथन हैं जो उन्हें सफलता की और ले जाता हैं. समय की गति बड़ी विचित्र होती हैं. व्यपार में खोया धन और अस्वास्था से खोई शक्ति को तोह फिर से प्राप्त किया जा सकता हैं परन्तु नष्ट हुआ समय कभी वापस नहीं आ सकता. समय सफलता की कुंजी हैं. जो इसके महत्व को पहचानते हैं, वे ही समाज में अपना नाम शिकार तक पंहुचा सकते हैं.

     समय का सदुपयोग करने पर मन्युष संतुष्ट और सुखी रहता हैं. चुस्ती से एक घंटे में जितना काम कर सकते हैं, सुस्ती से एक दिन में भी उतना काम नहीं किया जा सकता हैं. कई युद्ध समय के पालन के कारण ही जीते गये हैं.

     समय एक अमूल्य धन हैं. घडी की टिक-टिक हमें सदा जाग्रत करती रहती हैं. घडी की सुइंयाँ हमें बताती रहती हैं कि जीवन का यह क्षण भी गया. हमें चाहिए कि आज विज्ञान के युग में रुपये-पैसे की भाँति समय का भी हिसाब- किताब रखें. अमूल्य जीवन के समय को कौड़ियों के भाव ना लिटने दे. समय का सदुपयोग कभी निष्फल नहीं जाता इसलिए इसका सही और भरपूर इस्तेमाल करें.

--AUTHOR UNKNOWN
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                     (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी लर्निंग.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-31.10.2022-सोमवार.