अनुराधा पौडवाल-माझ्या मातीचे गायन

Started by Atul Kaviraje, November 01, 2022, 08:58:21 PM

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Atul Kaviraje

मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज ऐकुया, "काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !" या गीत-मालिके -अंतर्गत, श्रीमती अनुराधा पौडवाल यांनी गायिलेले एक गीत. या गीताचे शीर्षक आहे- "माझ्या मातीचे गायन"

                               "माझ्या मातीचे गायन"
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माझ्या मातीचे गायन, तुझ्या आकाश श्रुतीनी
जरा कानोसा देऊन, कधी ऐकशील का रे

माझी धुळीतील चित्रे, तुझ्या प्रकाश नेत्रांनी
जरा पापणी खुलून, कधी पाहशील का रे

माझ्या जहाजाचे पंख, मध्यरात्रीत माखले
तुझ्या किनाऱ्यास दिवा, कधी लावशील का रे

माझा रांगडा अंधार, मेघामेघात साचला
तुझ्या उषेच्या कानी, कधी टिपशील का रे

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गीत : कुसुमाग्रज
संगीत : श्रीधर फडके
स्वर :अनुराधा पौडवाल
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--प्रकाशक : शंतनू देव
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(FRIDAY, MAY 20, 2011)
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                 (साभार आणि सौजन्य-माणिक-मोती.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                            (संदर्भ-♫ गाणीमराठी.com ♫♪)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-01.11.2022-मंगळवार.