हिंदी कविता-पुष्प क्रमांक-68-वो मेरी अक्स भी है, मेरी तस्वीर भी है

Started by Atul Kaviraje, November 05, 2022, 09:12:33 PM

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Atul Kaviraje

                                    "हिंदी कविता"
                                   पुष्प क्रमांक-68
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मित्रो,

     आईए सुनतें है, पढते है, कुछ दिलचस्प रचनाये, कविताये. प्रस्तुत है कविताका पुष्प क्रमांक-68. इस कविता का शीर्षक है- "वो मेरी अक्स भी है, मेरी तस्वीर भी है"

(best Love Hindi Poetry For Couple's – वो मेरी अक्स भी है, मेरी तस्वीर भी है कविता)
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                         "वो मेरी अक्स भी है, मेरी तस्वीर भी है"
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वो मेरी अक्स भी है, मेरी तस्वीर भी है।
वो मेरी मुर्शिद भी, और मेरी पीर भी है,

उनके हथेली पे कुछ ऐसी लकीर भी है।
जिससे ज़ाहिर है वो मेरी तक़दीर भी है,

हम दोनों हैं तो आसमाँ के आज़ाद परिंदे
और फिर मैं उनका वो मेरी जंजीर भी है,

सब के अपने फ़लसफ़े है अपने क़ायदे हैं।
लेकिन वो मेरी ख़्वाब भी है ताबीर भी है,

बहोत क़ीमती दौलत संजोह लिया है मैंने
मेरी ख़ुशियाँ है,एक हसीन जागीर भी है,

मेरी सारी कविताओं में जो मौजूद है महक
कुछ तो उनकी ख़ुशबू कुछ तासीर भी है।

--AUTHOR UNKNOWN
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                (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-फंकी लाईफ.इन/हिंदी-पोएटरी)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-05.11.2022-शनिवार.