लफ़्ज़ों का खेल-क़यामत-दिल चुरा लिया...

Started by Atul Kaviraje, November 05, 2022, 09:33:09 PM

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Atul Kaviraje

                                     "लफ़्ज़ों का खेल"
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मित्रो,

     आज सुनते है, "लफ़्ज़ों का खेल" इस शीर्षक के अंतर्गत, "अभिजीत, कविता कृष्णामूर्ति" की आवाज मे "क़यामत" फिल्म का गीत.

                                  "दिल चुरा लिया..."
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मेरे दिलबर मेरे जानम
मैंने तुमसे प्यार किया रे
बेचैनी बढ़ती जाती है
तूने कैसा दर्द दिया रे
मैंने प्यार तुम्हीं से किया रे
दिल चुरा लिया, दिल चुरा लिया

तेरी पहली नज़र ने, मेरा चैन चुराया
तेरा ख्वाब जो आया, रातों को जगाया
तेरी प्यास को मैंने, होंठों पे सजाया
चाहत कैसी है, तूने मुझको बताया
दिल चुरा लिया...

पाँव ज़मीं पे पड़ते नहीं
मैं उड़ने लगी हूँ हवा में
खुशबू बन के बिखरी पड़ी है
तेरी ज़ुल्फें आज फिज़ा में
तूने जादू ये कैसा किया रे
दिल चुरा लिया...

तेरी इन बाहों में मुझको
अब तो जीना मरना है
सोच लिया है हद से ज़्यादा
अब इश्क तुझे करना है
मैंने माना तुझे ही पिया रे
दिल चुरा लिया...

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दिल चुरा लिया - Dil Chura Liya
Movie/Album: क़यामत (2003)
Music By: नदीम-श्रवण
Lyrics By: समीर
Performed By:अभिजीत,कविता कृष्णामूर्ति
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               (साभार एवं सौजन्य-हिंदी लैरिकस प्रतीक.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                       (संदर्भ-Lyrics In Hindi-लफ़्ज़ों का खेल)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-05.11.2022-शनिवार.