हिंदी कविता-पुष्प क्रमांक-69-हर वक्त प्यार जताऊ जरूरी तो नहीं

Started by Atul Kaviraje, November 06, 2022, 10:06:58 PM

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Atul Kaviraje

                                     "हिंदी कविता"
                                    पुष्प क्रमांक-69
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मित्रो,

     आईए सुनतें है, पढते है, कुछ दिलचस्प रचनाये, कविताये. प्रस्तुत है कविताका पुष्प क्रमांक-69. इस कविता का शीर्षक है- "हर वक्त प्यार जताऊ जरूरी तो नहीं"

(Sad Love Hindi Poetry – हर वक्त प्यार जताऊ जरूरी तो नहीं)
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                         "हर वक्त प्यार जताऊ जरूरी तो नहीं"
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लिख देता हूं अपने जज्बातों को कविता में,
हर बात बोल के बताऊं जरूरी तो नहीं।

माना मुझसे भी होती है गलतियां,
पर तुम्हारी गलतियों पर भी मै ही मनाऊ जरूरी तो नहीं।

बहुत वक्त हो गया है तुमसे बात किए शायद भूल चुके हो अब मुझे,
पर मै भी तुम्हे भूल जाऊ जरूरी तो नहीं।

तुम क्यों नहीं समझते बेइंतहा मोहब्बत है तुमसे,
पर हर वक्त प्यार जताऊ जरूरी तो नहीं।

बहुत किया था तुमने भी मोहब्बत हमसे,
पर हमारी इश्क़ की कहानियां सबको सुनाऊ जरूरी तो नहीं।

मै जानता हूं अब खुश हो किसी और के साथ,
पर मै भी तुम्हारी जगह किसी और को लाऊ जरूरी तो नहीं।

--AUTHOR UNKNOWN
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                (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-फंकी लाईफ.इन/हिंदी-पोएटरी)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-06.11.2022-रविवार.