अनुराधा पौडवाल-गीत हे गाशील तेव्हा , मी जगी असणार नाही

Started by Atul Kaviraje, November 07, 2022, 10:24:34 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज ऐकुया, "काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !" या गीत-मालिके -अंतर्गत, श्रीमती अनुराधा पौडवाल यांनी गायिलेले एक गीत. या गीताचे शीर्षक आहे- "गीत हे गाशील तेव्हा , मी जगी असणार नाही"

                      "गीत हे गाशील तेव्हा , मी जगी असणार नाही"
                     -----------------------------------------

गीत हे गाशील तेव्हा, मी जगी असणार नाही
प्रीत ही स्मरशील तेव्हा, मी तुला दिसणार नाही

कालचे ना आज पाणी, अर्थ हे उरणार नाहीत
पाहूनी चंद्राकडे मी आसवे पुसणार नाही

चांदणे बिलगेल अंगा, कोवळे रेशीम होऊन
त्या क्षणी पाऊल माझे, हे पुन्हा फसणार नाही

--गायिका :अनुराधा पौडवाल
-------------------------

प्रकाशक : शंतनू देव
(TUESDAY, MAY 10, 2011)
-----------------------------

                 (साभार आणि सौजन्य-माणिक-मोती.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                            (संदर्भ-♫ गाणीमराठी.com ♫♪)
                -----------------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-07.11.2022-सोमवार.