लफ़्ज़ों का खेल-जहाँ आरा-मैं तेरी नज़र का सुरूर हूँ

Started by Atul Kaviraje, November 09, 2022, 09:39:51 PM

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Atul Kaviraje

                                     "लफ़्ज़ों का खेल"
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मित्रो,

     आज सुनते है, "लफ़्ज़ों का खेल" इस शीर्षक के अंतर्गत, "तलत महमूद" की आवाज मे "जहाँ आरा" फिल्म का गीत.

                               "मैं तेरी नज़र का सुरूर हूँ"
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मैं तेरी नज़र का सुरूर हूँ
तुझे याद हो के न याद हो
तेरे पास रह के भी दूर हूँ
तुझे याद हो के न याद हो
मैं तेरी नज़र का सुरूर हूँ

मुझे आँख से तो गिरा दिया
कहो दिल से भी क्या भुला दिया
तेरी आशिक़ी का ग़ुरूर हूँ
तुझे याद हो के न याद हो
मैं तेरी नज़र का ...

तेरी ज़ुल्फ़ है, मेरा हाथ है
के तू आज भी मेरे साथ है
तेरे दिल में मैं भी ज़रूर हूँ
तुझे याद हो के न याद हो
मैं तेरी नज़र का ...

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मैं तेरी नज़र का सुरूर हूँ - Main Teri Nazar Ka Suroor Hoon
Movie/Album: जहाँ आरा (1964)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: राजिंदर कृष्ण
Performed By: तलत महमूद
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               (साभार एवं सौजन्य-हिंदी लैरिकस प्रतीक.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                       (संदर्भ-Lyrics In Hindi-लफ़्ज़ों का खेल)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-09.11.2022-बुधवार.