लफ़्ज़ों का खेल-बंदिनी-अब के बरस भेज...

Started by Atul Kaviraje, November 12, 2022, 09:54:08 PM

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Atul Kaviraje

                                    "लफ़्ज़ों का खेल"
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मित्रो,

     आज सुनते है, "लफ़्ज़ों का खेल" इस शीर्षक के अंतर्गत, "आशा भोंसले" की आवाज मे "बंदिनी" फिल्म का गीत.

                                 "अब के बरस भेज..."
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अब के बरस भेज भैया को बाबुल
सावन ने लीजो बुलाय रे
लौटेंगी जब मेरे बचपन की सखियाँ
दीजो संदेसा भिजाय रे
अब के बरस भेज...

अम्बुवा तले फिर से झूले पड़ेंगे
रिमझिम पड़ेंगी फुहारें
लौटेंगी फिर तेरे आँगन में बाबुल
सावन की ठण्डी बहारें
छलके नयन मोरा, कसके रे जियरा
बचपन की जब याद आए रे
अब के बरस भेज...

बैरन जवानी ने छीने खिलौने
और मेरी गुड़िया चुराई
बाबुल की मैं तेरे नाज़ों की पाली
फिर क्यों हुई मैं पराई
बीते रे जुग कोई चिठिया न पाती
न कोई नैहर से आये रे
अब के बरस भेज...

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अब के बरस भेज -Ab Ke Baras Bhej
Movie/Album: बंदिनी (1963)
Music By: एस.डी.बर्मन
Lyrics By: शैलेन्द्र
Performed By: आशा भोंसले
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               (साभार एवं सौजन्य-हिंदी लैरिकस प्रतीक.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                       (संदर्भ-Lyrics In Hindi-लफ़्ज़ों का खेल)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-12.11.2022-शनिवार.