!! लाल और बवाल --- जुगलबन्दी !!-शेर

Started by Atul Kaviraje, November 14, 2022, 10:10:25 PM

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Atul Kaviraje

                           !! लाल और बवाल --- जुगलबन्दी !!
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मित्रो,

     आज पढते है, बवाल, इनके "!! लाल और बवाल --- जुगलबन्दी !!" इस ब्लॉग का एक शेर.
       
     महकीं हैं ये फ़िज़ाएँ........
हरदिल-अज़ीज़ प्रभु यीशु के पावन अवतरण पर उनकी शान में---

अब तक सलीब पर तो, मिलती रही सज़ाएँ !
पर अब सलीब से ही, महकीं हैं ये फ़िज़ाएँ !!

सलीब = सूली
भावार्थ :-
जब तक यीशु सूली पर नहीं चढ़े थे तब तक तो सूली (क्रॉस) , पर क्रूरता पूर्वक सज़ाएँ दी जाती रहीं. मगर उनके बाद, अब वही सूली (क्रॉस), पवित्रता को प्राप्त करके, तमाम आलम को शान्ति और अमन का संदेश देकर पल्लवित कर रही है.

--प्रस्तुतकर्ता-बवाल
(गुरुवार, 25 दिसंबर 2008)
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               (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ- लाल N बवाल.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-14.11.2022-सोमवार.