शायद आदत थी तुम्हारी और किसी की आदत को प्यार नही कहा जा सकता

Started by तुतेश रिंगे ✍️, November 16, 2022, 02:49:25 AM

Previous topic - Next topic

तुतेश रिंगे ✍️

शायद आदत थी तुम्हारी
और किसी की आदत को प्यार नही कहा जा सकता

हर पल हर समय तेरा ख्याल आता था
पता नही दिमाग तुझे ही क्यों याद करता था
शायद तुझे याद करने की आदत हो गई थी
और किसी की आदत को प्यार नही कहा जा सकता

हर बार तुझ से बात करने केलिए दिल तरसता था
पता नहीं क्यों तुझ से बात करना अच्छा लगता था
शायद तुझ से बात करने की आदत हो गई थी
और किसी की आदत को प्यार नही कहा जा सकता

हर समय तेरी केयर सताती थी
खाना खाया की नही,घर पहुंचे ना ऐसे मेसेज तु नोटिफिकेशन में देखती थी
शायद तेरी केयर करना आदत हो गई थी
और किसी की आदत को प्यार नही कहा जा सकता
:- तुतेश रिंगे ✍️
__________________________________
Follow me on instagram
shabd_mazya_manatale__