आशा भोसले-मलमली तारुण्य माझे, तू पहाटे पांघरावे

Started by Atul Kaviraje, November 25, 2022, 09:30:08 PM

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Atul Kaviraje

मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज ऐकुया, "काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !" या गीत-मालिके -अंतर्गत, श्रीमती आशा भोसले यांनी गायिलेले एक गीत. या गीताचे शीर्षक आहे- "मलमली तारुण्य माझे, तू पहाटे पांघरावे"

                          "मलमली तारुण्य माझे, तू पहाटे पांघरावे"
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मलमली तारुण्य माझे, तू पहाटे पांघरावे
मोकळ्या केसात माझ्या, तू जीवाला गुंतवावे

लागुनि थंडी गुलाबी, शिरशिरी यावी अशी ही
राजसा माझ्यात तू अन् मी तुझ्यामाजी भिनावे

कापर्‍या माझ्या तनूची तार झंकारुन जावी
रेशमी संगीत स्पर्शाचे, पुन्हा तू पेटवावे

रे तुला बाहुत माझ्या, रुपगंधा जाग यावी
मी तुला जागे करावे, तू मला बिलगून जा

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गीतकार :सुरेश भट
गायक :आशा भोसले
संगीतकार :सी.रामचंद्र
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--प्रकाशक : शंतनू देव
(FRIDAY, APRIL 15, 2011)
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                 (साभार आणि सौजन्य-माणिक-मोती.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                           (संदर्भ-♫ गाणीमराठी.com ♫♪)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-25.11.2022-शुक्रवार.