II श्री साई बाबा प्रसन्न II-साईबाबा गीत-साईं बाबा को दिल में बसाऊ

Started by Atul Kaviraje, December 01, 2022, 08:48:48 PM

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Atul Kaviraje

                                   II श्री साई बाबा प्रसन्न II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज गुरुवार आहे. शिर्डी निवासी माझ्या श्री साई बाबांचा वार. ऐकुया , साईबाबा गीत   . या गीतIचे बोल आहेत - "साईं बाबा को दिल में बसाऊ"

                                      साईबाबा गीत 
                             "साईं बाबा को दिल में बसाऊ"
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होटो पे सबके है मेरे
साईं का तराना
चौखट पे साईं बाबा के
झुकता है जमाना
ब्रम्हांड नायक सद्गुरु
मेरे साईं बाबा का
कोई बना है भक्त और
है कोई दीवाना

साई बाबा को दिल में बसाऊ
माला साई की मै जपती जाऊ
उनके चरणों में सर को झुकाऊ
माला साई की मै जपती जाऊ

साई बाबा का फ़रमान है
सब का मालिक निगेहबान है
साई से मेरी पहचान है
मुझपे साईं का अहसान है
साईं बाबा को चादर चधाऊ
माला साई की मै जपती जाऊ

उनके चरणों में सर को झुकाऊ
माला साई की मै जपती जाऊ

मै तो साईं की दीवानी हु
वो है  शम्मा मै परवानी हु
कहती है दुनिया पागल मुझे
मै तो साई की मस्तानी हु
साईं बाबा की धुनी रमाऊ
माला साई की मै जपती जाऊ

उनके चरणों में सर को झुकाऊ
माला साई की मै जपती जाऊ

साईं तू ही है दाता मेरा
मै लगाता हु दर का फेरा
हम पर कर दो आज करम
नाम लेता है बस ये तेरा
तेरा गुणगान जग को सुनाऊ
माला साई की मै जपती जाऊ

उनके चरणों में सर को झुकाऊ
माला साई की मै जपती जाऊ

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गायक :- पूजा  गोलहानी   
गीतकार  :- हेमंत सुफी
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                           (साभार आणि सौजन्य-साईबाबा भजन)
                            (संदर्भ-हिंदी भजन लैरिकस.को.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-01.12.2022-गुरुवार.