उन्नति की ओर हमारी बेटियाँ-कविता-मुस्कुराहट

Started by Atul Kaviraje, December 11, 2022, 09:45:38 PM

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Atul Kaviraje

                             "उन्नति की ओर हमारी बेटियाँ"
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मित्रो,

     आज पढते है, डॉ.संध्या तिवारी, इनके "उन्नति की ओर हमारी बेटियाँ" इस ब्लॉग की एक कविता. इस कविता का शीर्षक है- "मुस्कुराहट"

                                      मुस्कुराहट--
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यह जीवन को खुबसूरत बनाता है
और  खुबसूरती लाता है
थोड़ी  ख़ुशी देता है और
अपनापन बढाता है 

यह वो अस्त्र  है  जो
बिना वार के  ही
घायल कर देता है
और अगले वार की भी
चुनौती दे डालता ही

यह वो खजाना है जो
हमेशा खुला रहता है और
खुला ही अच्छा लगता है 
जिसको लुटने की पूरी
छूट होती है 

यह वो तराना है जो
बिना सुनाये ही
मीठा लगता है
बहुत कुछ महसूस
करता है और कराता है

यह मुस्कराहट हमें
जीवन देता है . 

--प्रस्तुतकर्ता-डॉ.संध्या तिवारी
(शुक्रवार, 18 नवंबर 2011)
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    (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-संध्या-उन्नति की ओर हमारी बेटियाँ.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-11.12.2022-रविवार.