लफ़्ज़ों का खेल-घराना-हुस्न वाले तेरा जवाब नहीं

Started by Atul Kaviraje, December 14, 2022, 09:42:10 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                     "लफ़्ज़ों का खेल"
                                    ----------------

मित्रो,

     आज सुनते है, "लफ़्ज़ों का खेल" इस शीर्षक के अंतर्गत, "मोहम्मद रफ़ी" की आवाज मे "घराना" फिल्म का गीत.

                              "हुस्न वाले तेरा जवाब नहीं"
                             ------------------------

हुस्न वाले तेरा जवाब नहीं
कोई तुझ-सा नहीं हज़ारों में
हुस्न वाले तेरा जवाब...

तू है ऐसी कली जो गुलशन में
साथ अपने बहार लाई हो
तू है ऐसी किरण जो रात ढले
चांदनी में नहा के आई हो
ये तेरा नूर, ये तेरे जलवे
जिस तरह चाँद हो सितारों में
हुस्न वाले तेरा जवाब...

तेरी आँखों में ऐसी मस्ती है
जैसे छलके हुए हों पैमाने
तेरे होंठों पे वो ख़ामोशी है
जैसे बिखरे हुए हों अफ़साने
तेरी ज़ुल्फों की ऐसी रंगत है
जैसे काली घटा बहारों में
हुस्न वाले तेरा जवाब...

तेरी सूरत जो देख ले शायर
अपने शेरों में ताज़गी भर ले
एक मुसव्विर जो तुझको पा जाये
अपने ख़्वाबों में ज़िन्दगी भर ले
नगमा गर ढूँढ ले अगर तुझको
दर्द भर ले वो दिलों के तारों में
हुस्न वाले तेरा जवाब...

=========================
हुस्न वाले तेरा जवाब - Husn Wale Tera Jawab
Movie/Album: घराना (1961)
Music By: रवि
Lyrics By: शकील बदायुनी
Performed By: मोहम्मद रफ़ी
=========================

              (साभार एवं सौजन्य-हिंदी लैरिकस प्रतीक.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                     (संदर्भ-Lyrics In Hindi-लफ़्ज़ों का खेल)
             ---------------------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-14.12.2022-बुधवार.