लफ़्ज़ों का खेल-फालतू-गले लगा ले ज़िन्दगी

Started by Atul Kaviraje, December 24, 2022, 09:32:38 PM

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Atul Kaviraje

                                   "लफ़्ज़ों का खेल"
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मित्रो,

     आज सुनते है, "लफ़्ज़ों का खेल" इस शीर्षक के अंतर्गत, "विजय प्रकाश, प्रिया पांचाल" की आवाज मे "फालतू" फिल्म का गीत.

                                 "गले लगा ले ज़िन्दगी"
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हाँ किया महसूस के वो रगों में जो दौड़ता है
मिली जब रोशनी तो शोलों-सा खौलता है
हो किताबों में लिखा जो, हमने कब वो पढ़ा है
लिखते हैं हम फ़लक पे ख़ुद हमारी दास्ताँ
गले लगा ले, गले लगा ले
गले लगा, गले लगा ले ज़िन्दगी

धुंधली-धुंधली निगाहें, धुंधले-धुंधले हैं ख़्वाब
धुंधली तेरी निगाह है, धुंधले से दिन में ख़्वाब हैं
खोल निगाहें, बंद ख़्वाबों को उड़ जाने दे
तेरा है ये जहां, तेरा है ये जहां
बंदिशों से निकल के, दिल की राहों पे चल के
मिला है अब पता हमें ख़्वाबों की लकीरों का
गले लगा ले...

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गले लगा ले ज़िन्दगी - Gale Laga Le Zindagi
Movie/Album: फालतू (2011)
Music By: सचिन-जिगर
Lyrics By: समीर
Performed By: विजय प्रकाश, प्रिया पांचाल
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              (साभार एवं सौजन्य-हिंदी लैरिकस प्रतीक.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                      (संदर्भ-Lyrics In Hindi-लफ़्ज़ों का खेल)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-24.12.2022-शनिवार.