नाताल-ख्रिसमस-कविता-7

Started by Atul Kaviraje, December 25, 2022, 11:35:51 AM

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Atul Kaviraje

                                  "नाताल-ख्रिसमस"
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मित्रो,

     आज २५.१२.२०२२, रविवार, नातालकI पवित्र दिन है. जोसेफ और मेरी इनके सुपुत्र प्रभू येशू का जन्म दिन. मराठी कविताके मेरे सभी ख्रिस्ती भाई-बहनोको "नाताल-ख्रिसमस" के इस शुभ दिन की बहोत सारी शुभ-कामनाये. आईए, पढते है, नातालकी कुछ रचनाये-कविताये.

     क्रिसमस ईव दिवाली की ईव के समान ही खूबसूरत है। जिस प्रकार दीपावली हिन्दुओं का और ईद मुस्लिम धर्मावलम्बियों का पवित्र त्यौहार है। उसी प्रकार क्रिसमस का ईसाई मतावलम्बियों के बड़ा है महत्व का है। इस दिन क्रिसमस का मानने वाले एक दूसरे को गिफ्ट देते हैं। बच्चों के लिए सेंटा क्लॉज गिफ्ट्स लेकर आता है। यही नहीं यह पर्व ईसाई धर्म के साथ साथ अन्य धर्म के लोग भी मनाते हैं। क्रिसमस ट्री घर लाया जाता है। और इसे बड़े ही सुन्दर रूप से सजाया जाता है।

     गिफ्ट वाला क्रिसमस--

त्यौहार आया गिफ्टों वाला
बच्चे नाचे झूम झूम के
जलाई कैंडल्स सजाया ट्री
फिर सांता आये घूम घूम के

जगमगाया सारा आँगन
खुशियाँ फैली चहुंओर
जो सो गये बंद कर दरवाजे
बजाये सांता ने उनके डोर

दौड़े बच्चे लेने को उपहार
सांता ने लगाईं सबको पुकार
बच्चों ने किया नमस्कार
और लिया क्रिसमस का प्यार

फिर कैरोल के संग
शुरू हुआ नाच गान
छाने लगी चेहरे पर मुस्कान
और झूमने लगा जहान

फिर जगमगाते तारों के साथ
फिर आएगी लौट के ये सुन्दर रात

--लोकेश इंदौरा
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                        (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-मस्करी.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-25.12.2022-रविवार.