सुधीर फडके-दिसलीस तू, फुलले ऋतू

Started by Atul Kaviraje, December 26, 2022, 09:44:08 PM

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Atul Kaviraje

                   "काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !"
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज ऐकुया, "काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !" या गीत-मालिके -अंतर्गत, श्री सुधीर फडके यांनी गायिलेले एक गीत. या गीताचे शीर्षक आहे- "दिसलीस तू, फुलले ऋतू"

                              "दिसलीस तू, फुलले ऋतू"
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दिसलीस तू, फुलले ऋतू
उजळीत आशा, हसलीस तू ॥ ध्रु ॥

उरले न आसू, विरल्या व्यथाही
सुख होउनीया, आलीस तू ॥ १ ॥

जाळीत होते, मज चांदणे हे
ते अमृताचे, केलेस तू ॥ २ ॥

मौनातुनी ये, गाणे दिवाणे
त्याचा अनामी, स्वरभास तू ॥ ३ ॥

जन्मांत लाभे, क्षण एकदा हा
ते भाग्य माझे, झालीस तू ॥ ४ ॥

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गायक:सुधीर फडके
संगीत: राम फाटक
गीत: सुधीर मोघे
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--प्रकाशक : शंतनू देव
(TUESDAY, MARCH 8, 2011)
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                 (साभार आणि सौजन्य-माणिक-मोती.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                             (संदर्भ-♫ गाणीमराठी.com ♫♪)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-26.12.2022-सोमवार.