लफ़्ज़ों का खेल-गुनाहों का देवता-मुझको बना दिया है गुनाहों का देवता

Started by Atul Kaviraje, December 26, 2022, 09:46:30 PM

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Atul Kaviraje

                                     "लफ़्ज़ों का खेल"
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मित्रो,

     आज सुनते है, "लफ़्ज़ों का खेल" इस शीर्षक के अंतर्गत, "मुकेश" की आवाज मे "गुनाहों का देवता" फिल्म का गीत.

                            "मुझको बना दिया है गुनाहों का देवता"
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चाहा था बनूँ प्यार की राहों का देवता
मुझको बना दिया है गुनाहों का देवता
चाहा था बनूँ प्यार की राहों का देवता
मुझको बना दिया है गुनाहों का देवता

ये ज़िन्दगी तो ख़्वाब है जीना भी है नशा
दो घूँट मैने पी लिए तो क्या बुरा किया
रहने दो जाम सामने सब कुछ यही तो है
हर ग़मज़दा के आँसुओं-आहों का देवता
मुझको बना दिया है गुनाहों का देवता

क़िस्मत भी हमसे चल रही है चाल हर क़दम
एक चाल हम जो चल दिए, तो हो गया सितम
अब तो चलेंगे चाल हम क़िस्मत के साथ भी
पैसा बना संसार की बाँहों का देवता
मुझको बना दिया है गुनाहों का देवता

होगा जहाँ भी रूप तो पूजा ही जाएगा
चाहे जहाँ हो फूल, वो मन को लुभाएगा
होकर रहेगा ज़िन्दगी में प्यार एक बार
बस कर रहेगा दिल में निगाहों का देवता
मुझको बना दिया है...

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गुनाहों का देवता - Gunahon Ka Devta
Movie/Album: गुनाहों का देवता (1967)
Music By: शंकर-जयकिशन
Lyrics By: शैलेंद्र
Performed By: मुकेश
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               (साभार एवं सौजन्य-हिंदी लैरिकस प्रतीक.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                       (संदर्भ-Lyrics In Hindi-लफ़्ज़ों का खेल)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-26.12.2022-सोमवार.