II मैया प्रसन्न II-मैया भजन-कही गुण गाये जग के झमेले में

Started by Atul Kaviraje, December 30, 2022, 09:02:09 PM

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Atul Kaviraje

                                       II मैया प्रसन्न II 
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज शुक्रवार. देवीचा वार. आज ऐकुया, मैया भजन. या भजनIचे बोल आहेत- "कही गुण गाये जग के झमेले में"

                                     मैया भजन
                           "कही गुण गाये जग के झमेले में"
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कही गुण गाये जग के झमेले में
भक्ता चल चल चल माँ के मेले में

बिच पहाडा भावन बना है
सर सोने का मुकुट  लगा है
आगे है हनुमाना पीछे है बलवाना
माता बैठी वहा पर अकेले में 
भक्ता चल चल चल माँ के मेले में ..

ज्योता मंडल शेरोवाली
भरदो झोली सबकी है खाली
जो भी दरपे आये खाली कभी न जाये
भक्त जाये माँ के मेले में
भक्ता चल चल चल माँ के मेले में ..

जग मग जग मग ज्योत विराजे
चोरासी का घंटा बाजे
आगे है हनुमाना पीछे है बलवाना
माता बैठी वहा पर अकेले में 
भक्ता चल चल चल माँ के मेले में ..

कही गुण गाये जग के झमेले में
भक्ता चल चल  चल माँ के मेले में

--SINGER UNKNOWN
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             (साभार एवं सौजन्य-माता रानी के भजन-नवरात्रि स्पेशल भजन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-30.12.2022-शुक्रवार.