नवं-वर्ष-२०२३-रचनाये-कविताये-10-

Started by Atul Kaviraje, January 01, 2023, 11:30:57 PM

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Atul Kaviraje

                                      "नवं-वर्ष-२०२३"
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मित्रो,

     आईए, सभी गत-वर्ष-२०२२, को बाय-बाय करे, और नवं-वर्ष-२०२३, का उत्साहपूर्ण, जल्लोषपूर्ण, एवं नवं-वर्ष संकल्प पूर्णत्त्व की शुभ-कामनाओ के साथ स्वागत करे. मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको ये नवं-वर्ष मुबारक हो. आप सभी को ये नवं-वर्ष सुखमय, आनंदमय, मंगलमय एवं शुभ-कामनामय हो. आईए पढते है २०२३ की कुछ रचनाये-कविताये--10-

नए साल पर कविता--

नन्हे नन्हे पांव से
आ रहा है
नव वर्ष
अतीत की स्मृतियां
वर्तमान का सुख
और
भविष्य की उज्जवल
कामनाओं के संग
सुनहरे अर्श का
सुनहरा स्पर्श करवा रहा है
नव वर्ष
हो हर्ष – सर्वत्र उत्कर्ष
नव तरंगों से नव उमंगों से
नव युग में नव आधार धर
नव श्रृंगार कर रहा है नव वर्ष
आया नया साल
झिलमिल सितारे ले के
आया नया साल
सुबह सवेरे स्वर्ण पथ पे
आया नया साल
उज्जवल भविष्य की
स्वर्णिम कामनाएं
सपने साकार करने
नए साल का, नया सवेरा,
जब, अंबर से धरती पर उतरे,
तब शांति, प्रेम की पंखुड़ियां,
धरती के कण-कण पर बिखरे,
चिड़ियों के कलरव गान के संग,
मानवता की शुरू कहानी हो,
फिर न किसी का लहू बहे,
ना किसी आंख में पानी हो,
शबनम की सतरंगी बूंदे,
बरसे घर-घर द्वार,
मिटे गरीबी भुखमरी,
नफरत की दीवार,
ठंडी-ठंडी पवन खोल दे,
समरसता के द्वार,
सत्य, अहिंसा और प्रेम,
सीखे सारा संसार,
नव वर्ष की मंगल कामनायें।

--B L Kumawat
(दिसम्बर 22, 2022)
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                        (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-ईझी हिंदी.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-01.01.2023-रविवार.