नवं-वर्ष-२०२३-रचनाये-कविताये-24-

Started by Atul Kaviraje, January 02, 2023, 10:45:42 PM

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Atul Kaviraje

                                     "नवं-वर्ष-२०२३"
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मित्रो,

     आईए, सभी गत-वर्ष-२०२२, को बाय-बाय करे, और नवं-वर्ष-२०२३, का उत्साहपूर्ण, जल्लोषपूर्ण, एवं नवं-वर्ष संकल्प पूर्णत्त्व की शुभ-कामनाओ के साथ स्वागत करे. मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको ये नवं-वर्ष मुबारक हो. आप सभी को ये नवं-वर्ष सुखमय, आनंदमय, मंगलमय एवं शुभ-कामनामय हो. आईए पढते है २०२३ की कुछ रचनाये-कविताये--24-

सर्द रातों की एक हवा जागी
और बर्फ़ की चादर ओढ़
सुबह के दरवाज़े पर दस्तक दी उसने
उनींदी आँखों से सुबह की अंगड़ाई में भीगी ज़मीन से ज्यों फूटा
एक नया कोपल
नए जीवन और नई उमंग
नई खुशियों के संग
दफ़ना कर कई काली रातों को
झिलमिलाते किरनों में भीगता
नई आशाओं की छाँव में
नए सपनों का संसार बसाने
बर्फ़ीली रात की अंगड़ाई के साथ
बसंत के आने की उम्मीद लिए
आज सब पीछे छोड़
चला वो अपनाने नए आकाश को
नए सुबह की नई धूप में
नई आशाओं की नई किरन के संग
आज फिर आया है नया year
पीछे छोड़ जाने को परछाइयाँ

--jugadme
(December 23, 2022)
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                        (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-जुगाड मी.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-02.01.2023-सोमवार.