काव्यालय कविता-कविता सुमन-22-एक बहुत ही तन्मय चुप्पी

Started by Atul Kaviraje, January 03, 2023, 09:38:46 PM

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Atul Kaviraje

                                     "काव्यालय कविता"
                                      कविता सुमन-22
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मित्रो,

     आज पढेंगे, ख्यातनाम, "काव्यालय कविता" इस शीर्षक अंतर्गत, मशहूर, नवं  कवी-कवियित्रीयोकी कुछ बेहद लोकप्रिय रचनाये. आज की कविता का शीर्षक है- "एक बहुत ही तन्मय चुप्पी"

                                "एक बहुत ही तन्मय चुप्पी"
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एक बहुत ही तन्मय चुप्पी ऐसी
जो माँ की छाती में लगाकर मुँह
चूसती रहती है दूध
मुझसे चिपककर पड़ी है
और लगता है मुझे
यह मेरे जीवन की
लगभग सबसे निविड़ ऐसी घड़ी है
जब मैं दे पा रहा हूँ
स्वाभाविक और सुख के साथ अपने को
किसी अनोखे ऐसे सपने को
जो अभी-अभी पैदा हुआ है
और जो पी रहा है मुझे
अपने साथ-साथ
जो जी रहा है मुझे !

--भवानीप्रसाद मिश्र
(साहित्य अकादेमी पुरस्कृत संकलन "बुनी हुई रस्सी" से)
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(4 Mar 2022)
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                     (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-काव्यालय.ऑर्ग/युगवाणी)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-03.01.2023-मंगळवार.