लफ़्ज़ों का खेल-मिर्ज़ा ग़ालिब-रहिए अब ऐसी जगह...

Started by Atul Kaviraje, January 04, 2023, 09:48:07 PM

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Atul Kaviraje

                                     "लफ़्ज़ों का खेल"
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मित्रो,

     आज सुनते है, "लफ़्ज़ों का खेल" इस शीर्षक के अंतर्गत, "सुरैया" की आवाज मे "मिर्ज़ा ग़ालिब" फिल्म का गीत.

                                "रहिए अब ऐसी जगह..."
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रहिए अब ऐसी जगह
चल कर, जहाँ कोई न हो
हम-सुख़न कोई न हो
और हम-ज़बाँ कोई न हो
रहिए अब ऐसी जगह

बे-दर-ओ-दीवार का इक
घर बनाना चाहिये
कोई हम-साया न हो
और पासबाँ कोई न हो
रहिए अब ऐसी जगह

पड़िए ग़र बीमार तो
कोई न हो तीमारदार
और अगर मर जाइए तो
नौहा-ख़्वाँ कोई न हो
रहिए अब ऐसी जगह...

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रहिए अब ऐसी जगह - Rahiye Ab Aisi Jagah
Movie/Album: मिर्ज़ा ग़ालिब (1954)
Music By: ग़ुलाम मोहम्मद
Lyrics By: मिर्ज़ा ग़ालिब
Performed By: सुरैया
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                (साभार एवं सौजन्य-हिंदी लैरिकस प्रतीक.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                        (संदर्भ-Lyrics In Hindi-लफ़्ज़ों का खेल)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-04.01.2023-बुधवार.