II यादगार गीत मालिका II-१९४७ अर्थ-धीमी धीमी भीनी भीनी

Started by Atul Kaviraje, January 21, 2023, 10:39:49 PM

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Atul Kaviraje

                                II यादगार गीत मालिका II
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मित्रो,

     आज सुनते, पढते है-सुनहरे, यादगार गीत (OLD IS GOLD),इस गीत-मालिका अंतर्गत, "१९४७ अर्थ" हिंदी चित्रपट का एक गीत. इस गीत का शीर्षक है- "धीमी धीमी भीनी भीनी"

                                "धीमी धीमी भीनी भीनी"
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ह्म्म्म.. ह्म्म्म... ह्म्म्म...

धीमी धीमी भीनी भीनी
खुशबू है तेरा बदन
सुलगे महके पिघले दहके
क्यूँ न बहके मेरा मन
सुलगे महके पिघले दहके
क्यूँ न बहके मेरा मन

वो चली हवा के नशा घुला
है समा भी जैसे धुआँ धुआँ
तेरा रूप है के ये धूप है
खुले बाल हैं के हैं बदलियाँ

तू जो पास है मुझे प्यास है
तेरे जिस्म का एहसास है
तू जो पास है मुझे प्यास है
तेरे जिस्म का एहसास है
तू जो पास है मुझे प्यास है

ह्म्म्म.. ह्म्म्म... ह्म्म्म...

धीमी धीमी भीनी भीनी
खुशबू है तेरा बदन
सुलगे महके पिघले दहके
क्यूँ न बहके मेरा मन
सुलगे महके पिघले दहके
क्यूँ न बहके मेरा मन

साँस भी जैसे रुक सी जाती है
तू जो पास आये तो आँच आती है
दिल की धड़कन भी
मेरे सीने में लड़खड़ाती है
ये तेरा तन बदन कैसी है ये अगन
थंडक है जिसमे तू वो आग है
बलखाती है जो तू, लहराती है जो तू
लगता है ये बदन एक राग है

वो चली हवा के नशा घुला
है समा भी जैसे धुआँ धुआँ
तेरा रूप है के ये धूप है
खुले बाल हैं के हैं बदलियाँ

तू जो पास है मुझे प्यास है
तेरे जिस्म का एहसास है
तू जो पास है मुझे प्यास है
तेरे जिस्म का एहसास है
तू जो पास है मुझे प्यास है

धीमी धीमी भीनी भीनी
खुशबू है तेरा बदन
सुलगे महके पिघले दहके
क्यूँ न बहके मेरा मन
सुलगे महके पिघले दहके
क्यूँ न बहके मेरा मन

ह्म्म.. ह्म्म्म... ह्म्म्म...

(सीटी ...)

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गाना / Title: धीमी धीमी भीनी भीनी -
                 dhiimii dhiimii bhiinii bhiinii
चित्रपट / Film: १९४७ अर्थ-(1947 Earth)
संगीतकार / Music Director: ए. आर. रहमान-(A. R. Rahman)
गीतकार / Lyricist: जावेद अख्तर-(Javed Akhtar)
गायक / Singer(s): हरीहरन-(Hariharan)
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                   (साभार आणि सौजन्य-संदर्भ-लैरिकस इंडिया.नेट)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-21.01.2023-शनिवार.
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