II यादगार गीत मालिका II-१९४७ अर्थ-ईश्वर अल्लह तेरे जहाँ में

Started by Atul Kaviraje, January 24, 2023, 10:23:37 PM

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Atul Kaviraje

                               II यादगार गीत मालिका II
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मित्रो,

     आज सुनते, पढते है-सुनहरे, यादगार गीत (OLD IS GOLD),इस गीत-मालिका अंतर्गत, "१९४७ अर्थ" हिंदी चित्रपट का एक गीत. इस गीत का शीर्षक है- "ईश्वर अल्लह तेरे जहाँ में"

                               "ईश्वर अल्लह तेरे जहाँ में"
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(ईश्वर अल्लाह तेरे जहाँ में
नफ़रत क्यों है जंग है क्यों
तेरा दिल तो इतना बड़ा है
इन्साँ का दिल तंग है क्यों) -२

क़दम क़दम पर सरहद क्यों है
सारी ज़मीं जो तेरी है
सूरज के फेरे करती है
फिर भी कितनी अंधेरी है
इस दुनिया के दामन पर
इन्साँ के लहू का रंग है क्यों

(ईश्वर अल्लाह तेरे जहाँ में
नफ़रत क्यों है, जंग है क्यों
तेरा दिल तो इतना बड़ा है
इन्साँ का दिल तंग है क्यों) -२

गूँज रही हैं कितनी चीखें
प्यार की बातें कौन सुने
टूट रहे हैं कितने सपने
इनके टुकड़े कौन चुने
दिल के दरवाज़ों पर ताले
तालों पर ये ज़ंग है क्यों

(ईश्वर अल्लाह तेरे जहाँ में
नफ़रत क्यों है, जंग है क्यों
तेरा दिल तो इतना बड़ा है
इन्सां का दिल तंग है क्यों) -२

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गाना / Title: ईश्वर अल्लह तेरे जहाँ में -
                 iishvar allah tere jahaa.N me.n
चित्रपट / Film: १९४७ अर्थ-(1947 Earth)
संगीतकार / Music Director:ए. आर. रहमान-(A. R. Rahman)
गीतकार / Lyricist: जावेद अख्तर-(Javed Akhtar)
गायक / Singer(s): Anuradha Sargam, Sujata Mohan
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                    (साभार आणि सौजन्य-संदर्भ-लैरिकस इंडिया.नेट)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-24.01.2023-मंगळवार.
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