ऑल इंडिया ब्लॉगर्स असोसिएशन-रोटी का परमात्मा तक पहुचना

Started by Atul Kaviraje, February 08, 2023, 10:05:59 PM

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Atul Kaviraje


                             "ऑल इंडिया ब्लॉगर्स असोसिएशन"
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मित्रो,

     आज सुनते है, "ऑल इंडिया ब्लॉगर्स असोसिएशन" इस ब्लॉग के अंतर्गत, एक लेख/कविता.

                              रोटी का परमात्मा तक पहुचना--
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     "रोटी से रस, रक्त, मांस, मेदा, अस्थी, मज्जा, वीर्य, मन, बुद्धी, चित, अहंकार, प्राण, आत्मा, माया, परमात्मा यह पूरा हुआ |" यह मेरा कथन है | अब यह यात्रा कैसे होती हैं बताते हैं - रोटी से रस बनता है | रस से खून बनता है | खून से मांस बनता है | मॉस से हड्डी बनती है | हड्डी से बोन मेरो बनता है | बोन मेरो से वीर्य बनता है | वीर्य जो कुंड में इक्कठा होता है | जब वीर्य का शोधन किया जाता है तो वह मन बनता है | इसलिए कहते है जैसा खाए अन्न वैसा हो मन | मन का शोधन होने के बाद बुद्धी बनती है | बुद्धी का शोधन होने से चित्त बनता है | चित्त का शोधन होने से अहंकार बनता है | अहंकार का शोधन होने से प्राण बनता है | प्राण का शोधन होने से आत्मा बनती है | आत्मा का शोधन होने से माया |  माया का शोधन होने से परमात्मा बनता है | यह सभी की रोटी के साथ होता है |

--Brahmachari Prahladanand
(बुधवार, 21 दिसंबर 2011)
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   (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-allindiabloggersassociation.blogspot.com)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-08.02.2023-बुधवार.
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