II ओम नमः शिवाय II-महाशिवरात्री-कविता-4

Started by Atul Kaviraje, February 18, 2023, 11:28:51 AM

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Atul Kaviraje

                                 II ओम नमः शिवाय II 
                                       महाशिवरात्री
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मित्रो,

     आज दिनांक-१८.०२.२०२३-शनिवार है. आज महाशिवरात्री की पावन रात है.  हिंदू पंचांग के अनुसार, महाशिवरात्रि का त्योहार हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है. ऐसी मान्यताएं है कि इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था. ऐसा भी कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों का धरती पर प्रकाट्य हुआ था. मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवियित्रीयोको महाशिवरात्री की पूजनीय हार्दिक शुभकामनाये. आईए पढते है भगवान शिवजी की कुछ कविताये-रचनाये.

शिव तेरी जटाओ से गंग निकले
तेरे डमरू से ॐ तरंग निकले
तेरा आसन मृग का छाला है
तेरा मन मोहक रूप नीराला है
तेरी भुजाओ से लाखो भुजंग निकले
तेरे डमरू से ॐ तरंग निकले

तुझे महल अटारी न भाता
तू भांग का गोला है खाता
भक्त तुझे जो दिल से पुकारे
तू उसकी झोली भर देता है
शिव भूत प्रेत के संग निकले
तेरे डमरू से ॐ तरंग निकले

शिव सृष्टि के विधाता है
पर पार्वती बिन अधूरे है
शुभ घडी शिव रात्रि की आयी है
शिव शक्ति से ब्याहन को निकले
शिव पार्वती के संग निकले
तेरे डमरू से ॐ तरंग निकले

--पंकज गोयल
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                         (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-अजब गजब.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-१८.०२.२०२३-शनिवार
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