लफ़्ज़ों का खेल-बिन सावन नयन भरे

Started by Atul Kaviraje, February 20, 2023, 10:31:46 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                    "लफ़्ज़ों का खेल"
                                   ----------------

मित्रो,

     आज सुनते है, "लफ़्ज़ों का खेल" इस शीर्षक के अंतर्गत, "मन्ना डे" की आवाज मे गैर-फ़िल्मी गीत.

                                 "बिन सावन नयन भरे"
                                --------------------

बिन सावन नयन भरे
अब सावन में क्या होगा
बरसेगी आग नई
अँसुवन से बुझाना होगा

बिन बोले जो तुमने दिया था
लगता है अब वो सपना था
सच तो ये है, सुख में लिपटा
दुःख पाया था, सुख समझा था
तुम क्या बदले, जीवन बदला
क्या-क्या सहना होगा
बिन सावन नयन भरे...

दूर-दूर तक मौत है छाई
मैंने बुलाया पास न आई
लोक-लाज से डर कर शायद
तेरी तरह वो हुई पराई
जाने कब तक मौत से मिलने
यूँ ही तरसना होगा
बिन सावन नयन भरे..

===========================
बिन सावन नयन भरे - Bin Saawan Nayan Bhare
Movie/Album: गैर-फ़िल्मी (1961)
Music By: मन्ना डे
Lyrics By: मधुकर राजस्थानी
Performed By: मन्ना डे
===========================

               (साभार एवं सौजन्य-हिंदी लैरिकस प्रतीक.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                       (संदर्भ-Lyrics In Hindi-लफ़्ज़ों का खेल)
              ---------------------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-20.02.2023-सोमवार. 
=========================================