ऑल इंडिया ब्लॉगर्स असोसिएशन-ग़ज़लगंगा.-ख्वाहिशों के जिस्मो-जां की...

Started by Atul Kaviraje, February 23, 2023, 09:49:59 PM

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Atul Kaviraje

                             "ऑल इंडिया ब्लॉगर्स असोसिएशन"
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मित्रो,

     आज सुनते है, "ऑल इंडिया ब्लॉगर्स असोसिएशन" इस ब्लॉग के अंतर्गत, एक लेख/कविता.

                           ग़ज़लगंगा.-ख्वाहिशों के जिस्मो-जां की.....
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ख्वाहिशों के जिस्मो-जां की बेलिबासी देख ले.

काश! वो आकर कभी मेरी उदासी देख ले.


कल मेरे अहसास की जिंदादिली भी देखना

आज तो मेरे जुनूं की बदहवासी देख ले.


हर तरफ फैला हुआ है गर्मपोशी का हिसार

वक़्त के ठिठुरे बदन की कमलिबासी देख ले.


आस्मां से बादलों के काफिले रुखसत हुए

फिर ज़मीं पे रह गयी हर चीज़ प्यासी देख ले.


और क्या इस शहर में है देखने के वास्ते

जा-ब-जा बिखरे हुए मंज़र सियासी देख ले.


वहशतों की खाक है चारो तरफ फैली हुई

आदमी अबतक है जंगल का निवासी देख ले.


एक नई तहजीब उभरेगी इसी माहौल से

लोग कहते हैं कि गौतम सन उनासी देख ले.

--devendra gautam
(शनिवार, 3 दिसंबर 2011)
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   (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-allindiabloggersassociation.blogspot.com)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-23.02.2023-गुरुवार.
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