लफ़्ज़ों का खेल-पंचायत-ऐ ज़िंदगी तू एक पहेली है...

Started by Atul Kaviraje, February 26, 2023, 10:18:14 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                     "लफ़्ज़ों का खेल"
                                    ----------------

मित्रो,

     आज सुनते है, "लफ़्ज़ों का खेल" इस शीर्षक के अंतर्गत, "अनुराग सैकिया, राघव चैतन्य" की आवाज मे "पंचायत" फिल्म का गीत.

                              "ऐ ज़िंदगी तू एक पहेली है..."
                             ---------------------------

कुछ छिपाए, आहा
कुछ बताए, आहा
कुछ छिपाए, आहा
कुछ बताए, आहा

कभी अकेली है, कभी सहेली है
कभी अकेली है, कभी सहेली है
ऐ ज़िंदगी तू एक पहेली है
आ आ आ आ आहा
आ आ आ आ आहा
आ आ आ आ आहा

कुछ उलझती, आहा
कुछ सुलझती, आहा
कुछ उलझती, आहा
कुछ सुलझती, आहा

अलबेली है, नई नवेली है
अलबेली है, नई नवेली है
ऐ ज़िंदगी तू एक पहेली है...

=======================
पहेली - Paheli
Movie/Album: पंचायत (2020)
Music By: अनुराग सैकिया, दुर्गेश सिंह
Lyrics By: अनुराग सैकिया
Performed By: अनुराग सैकिया,राघव चैतन्य
=======================

                (साभार एवं सौजन्य-हिंदी लैरिकस प्रतीक.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                        (संदर्भ-Lyrics In Hindi-लफ़्ज़ों का खेल)
               ---------------------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-26.02.2023-रविवार.
=========================================