लफ़्ज़ों का खेल-विज़न्स वॉल् १-Album-ना कह साकी...

Started by Atul Kaviraje, March 02, 2023, 10:50:22 PM

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Atul Kaviraje

                                    "लफ़्ज़ों का खेल"
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मित्रो,

     आज सुनते है, "लफ़्ज़ों का खेल" इस शीर्षक के अंतर्गत, "जगजीत सिंह" की आवाज मे "विज़न्स वॉल् १" Album का गीत.

                                    "ना कह साकी..."
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ना कह साक़ी, बहार आने के दिन हैं
जिगर के दाग़ छिल जाने के दिन हैं

अदा सीखो, अदा आने के दिन हैं
अभी तो दूर शरमाने के दिन हैं

गरेबाँ ढूँढ़ते हैं हाथ मेरे
चमन में फूल खिल जाने के दिन हैं
ना कह साकी...

तुम्हें राज़-ए-मोहब्बत क्या बताएँ
तुम्हारे खेलने-खाने के दिन हैं

घटाएँ ऊंदी-ऊंदी कह रही हैं
मय-ए-अंगूर खिंचवाने के दिन हैं
ना कह साकी...

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ना कह साक़ी - Na Keh Saaqi
Movie/Album: विज़न्स वॉल् १ (1992)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: बेख़ुद देहलवी
Performed By: जगजीत सिंह
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                (साभार एवं सौजन्य-हिंदी लैरिकस प्रतीक.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                        (संदर्भ-Lyrics In Hindi-लफ़्ज़ों का खेल)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-02.03.2023-गुरुवार.
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