होली-रंगपंचमी-कविता-1

Started by Atul Kaviraje, March 06, 2023, 11:03:11 AM

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Atul Kaviraje

                                     होली-रंगपंचमी
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मित्रो,

     आज दिनांक-०६.०३.२०२३-सोमवार है. आज होली है. आईए, सभी बुरी, अनिष्ट प्रवृत्तियों को इस होली मे जलIकर नाश करे, एवं अच्छे विचारोका अवलंब करे. मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन कवी-कवियित्रीयोको होली की अनेक हार्दिक शुभेच्छाये. आईए, पढते होली की कुछ कविताये-रचनाये--

होली आयी होली आयी
ले अबीर की टोली आयी
खुशियों की अम्बार लायी
रंगो का त्यौहार लायी

बच्चे बूढ़े और जवान
खूब खाये मिठाई पकवान
उम्र की सिमा भूल गए सब
रंग सरोवर में डूब गए सब

आओ हम सब खेले होली
नहीं बोले कोई कड़वी बोली
प्रेम के रंग में सब को रंग डाले
नफरत दिल में कोई न पाले

उंच नीच का भेद भूलकर
एक दूजे को रंग लगाए
जाती मजहब से ऊपर उठकर
होली का त्यौहार मनाये

                      (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-अजब गजब.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-06.03.2023-सोमवार.
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